
डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है। सोमवार को भी रुपये में गिरावट देखने को मिली और रुपया, डॉलर के मुकाबले अब तक के सबसे निचले स्तर 79.44 पर पहुंच गया। इस गिरावट के बाद रुपये के अगला मजबूत स्तर 80 रुपए का है, जिस पर घरेलू निवेशकों के साथ-साथ विदेशी निवेशकों की भी निगाह बनी हुई है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार खुलने के साथ ही रुपये में बड़ी गिरावट देखने को मिली और दिन के कारोबार के बंद होने के तक रुपया अपने अब तक के निचले स्तर 79.44 के स्तर पर पहुंच गया। दिन के कारोबार के दौरान रुपए का उच्चतम स्तर 79.24 और न्यूनतम स्तर 79.49 रहा। वहीं पिछले कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 79.26 के निचले स्तर पर बंद हुआ था।
एक हफ्ते में में 0.6 फीसदी टूटा: डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार भारी गिरावट हो रही है। डॉलर के मुकाबले रुपया एक हफ्ते में 0.6 फीसदी और इस साल की शुरुआत से अब तक 6.5 फीसदी कमजोर हुआ है। इसी बीच डॉलर की स्थिति दर्शाने वाले डॉलर इंडेक्स में लगातार तेजी बनी हुई है और वह 107.34 के स्तर पर पहुंच गया है।
रुपए में गिरावट की वजह:रुपये में गिरावट की सबसे बड़ी वजह दुनिया में कच्चे तेल के दाम की कीमतों में इजाफा होना है, जिसके कारण भारत में तेल आयातकों की ओर से विदेशी कंपनियों को अधिक भुगतान करना पड़ रहा है जो डॉलर की अधिक मांग की मुख्य कारणों में से हैं। इसके साथ ही राजकोषीय और चालू वित्त खाते में घाटा बढ़ने के कारण भी रुपये पर दबाव बना हुआ है। वहीं, शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की ओर से की जा रही बिकवाली और अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने के कारण भी रुपये में कमजोरी बनी हुई है।
रुपए में गिरावट का सिलसिला: रुपया लगातार कमजोर बना हुआ है इससे पहले डॉलर के मुकाबले रुपये ने 5 जुलाई को अपने न्यूनतम स्तर 79.37 को छुआ था। इससे पहले रुपये ने डॉलर के मुकाबले 1 जुलाई को 79.12, 28 जून को 78.57, 22 जून को 78.39, 13 जून को 78.29 और 1 जून को 77.85 के स्तर को छुआ था।