कोटा. देश में इंजीनियरिंग के सबसे बड़ी परीक्षा अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. 2021 में बोर्ड के परीक्षा कोरोना के कारण नहीं हुआ था और जेईई मेन और जेईई एडवांस में 12वीं पास सभी छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति थी. कोरोना से पूर्व इस परीक्षा में बैठने का मानदंड यह था कि 12वीं बोर्ड में छात्र के 75% अंक होने चाहिए या फिर अपने बोर्ड के 20% पर सेंटाइल में होना चाहिए और अब यही नियम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 2023 में फिर से लागू कर दिया गया है. अब इसी शर्त का विरोध भी हो रहा है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के इसी नियम के विरोध में कोटा में कोचिंग करने वाले छात्रों ने पिछले दिन एक कोचिंग संस्थान में प्रदर्शन किया. विरोध करने वालों में एक बड़ा वर्ग उन छात्रों का है, जो 2022 में बोर्ड एग्जाम दे चुके हैं और 75 फीसदी नंबर पाने में असफल रहा है .
अधिसूचना का समय सही नहीं
विरोध कर रहे छात्रों ने बताया कि हम हमेशा परीक्षा का ट्रेंड को फॉलो करते हैं. इस हिसाब से पूरे वर्ष वे जेईई की परीक्षाओं की तैयारी में लगे रहते हैं कि नियमों में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा. दिसंबर माह में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 75% मार्क्स या 20 पर सेंटाइल के बारे में सूचित किया गया. यदि यह जानकारी सितंबर या अक्टूबर 2022 तक दे दी जाती तो बोर्ड और जेईई की तैयारी में संतुलन स्थापित कर पाते.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
FIRST PUBLISHED : January 28, 2023, 10:40 IST