<p style="text-align: justify;"><strong>Israel-Iran Conflict:</strong> ईरान ने मंगलवार को इजरायल के ऊपर भीषण हमला किया. ईरान की ओर से इजरायल पर 180 से ज्यादा मिसाइलें दागी गईं. इनमें कुछ बैलस्टिक और कुछ हाइपरसोनिक मिसाइलें भी थीं. हालांकि, इन हमलों में सिर्फ एक व्यक्ति की मौत की खबर है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इजरायल ने अपने एक और दुश्मन ईरान के इतने बड़े हमले को कैसे नाकाम कर दिया? </p> <p style="text-align: justify;"><strong>आयरन डोम ने फिर किया कमाल</strong></p> <p style="text-align: justify;">दरअसल, ईरान ने जो मिसाइलें इजरायल पर दागीं, उन्हें इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम ने फेल कर दिया. इजरायल के पास ताकतवर आयरन डोम है, जो उसे चारों तरफ से होने वाले रॉकेट, ड्रोन या मिसाइल हमलों से बचाता है. इसे इजरायल ने ही बनाया है और इसे दुनिया का सबसे सटीक डिफेंस सिस्टम भी माना जाता है. इजरायल चारों तरफ से अपने दुश्मन देशों से घिरा है, ऐसे में उसका आयरन डोम सिस्टम ही हवाई हमलों से उसे बचाता है. </p> <p style="text-align: justify;">abc न्यूज के मुताबिक, इजरायल के आयरन डोम की सटीकता 90 प्रतिशत तक मानी जाती है. यानी इजरायल पर दागी गई 100 में 90 रॉकेट या मिसाइलों को यह हवा में ही नष्ट कर देता है. इजरायल ने हिजबुल्लाह और हमास के हमलों से बचने के लिए 2006 में इसे बनाने की शुरुआत की थी. इससे पहले हिजबुल्लाह द्वारा दागे गए हजारों रॉकेट से इजरायल को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था. इजरायल 2011 से आयरन डोम का इस्तेमाल कर रहा है. आयरन डोम की रेंज को बढ़ाकर 250 वर्ग किलोमीटर किया जा चुका है. यह दो दिशाओं से होने वाले रॉकेट-मिसाइलों से रक्षा करने में सक्षम है. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>बैलिस्टिक मिसाइलों को डेविड स्लिंग और एरो 2-3 ने मार गिराया</strong></p> <p style="text-align: justify;">हालांकि, इजरायल आयरन डोम डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल हिजबुल्लाह और हमास द्वारा दागे गए कम दूरी के रॉकेट सिस्टम को गिराने के लिए करता है. लेकिन अधिक ऊंचाई, लंबी दूरी और तेज गति वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से रक्षा करने के लिए अलग डिफेंस सिस्टम की जरूरत होती है. इसके लिए इजरायल ने डेविड स्लिंग और एरो 2 और 3 डिफेंस सिस्टम को तैनात कर रखा है. आयरन डोम इन दोनों सिस्टम के साथ और ज्यादा खतरनाक हो जाता है. ईरान ने जब अप्रैल 2023 में इजरायल पर 300 ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था तो इजरायल के इस सिस्टम ने 99 प्रतिशत को नष्ट कर दिया था.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>क्या है डेविड स्लिंग?</strong></p> <p style="text-align: justify;">डेविड स्लिंग को आयरन डोम का दमदार साथी माना जाता है. इसे इजरायल और अमेरिका ने मिलकर बनाया है. इजरायल की यह मध्यम से लंबी दूरी वाली हवाई सुरक्षा प्रणाली है. यह सतह से हवा में मार करने वाली और एंटी बैलिस्टिक मिसाइल इंटरसेप्टर है. डेविड स्लिंग आसानी से ड्रोन्स, बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलों को मार गिरा सकता है. इसकी गति 9261 किलोमीटर प्रति घंटा है. यानी यह पलक झपकने से पहले ही दुश्मन के रॉकेट या मिसाइल का काम तमाम कर सकती है. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>कितना खतरनाक है एरो 2 और एरो 3 सिस्टम<br /></strong><br />एरो 2 और 3 सिस्टम इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों जैसी लंबी दूरी की मिसाइलों को भी संभालने में सक्षम हैं. यानी जो मिसाइलें वायुमंडल के बाहर भी होती हैं, उन्हें भी यह आसानी से नष्ट कर सकता है. इसकी क्षमता अमेरिकी सेना के THAAD डिफेंस सिस्टम के बराबर है. </p> <p style="text-align: justify;">वहीं, एरो -3 की रेंज 2414 KM बताई जाती है. जबकि यह 160 किलोमीटर की ऊंचाई तक सफर तय कर सकता है. यानी यह अंतरिक्ष में किसी भी सैटेलाइट को भी आसानी से गिरा सकता है. एरो 2 को आने वाली मिसाइल को गिराने के लिए मिसाइल के पास विस्फोट करने के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन एरो 3 एक हिट-टू-किल मिसाइल है.</p> <p style="text-align: justify;">एरो 2 सिस्टम का इस्तेमाल हाल ही में यमन में हैती आतंकवादी समूह द्वारा इजरायल पर दागी गई लंबी दूरी की मिसाइलों को मार गिराने के लिए किया गया था.</p>