Basant Panchami 2024 : बसंत पंचमी का त्योहार माघ महीने में पड़ने वाले शुक्ल पक्ष के पंचमी को यानी पांचवें दिन मनाया जाता है इसलिए इसे बसंत पंचमी कहा गया है. इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की उपासना की जाती है. आइए जानते हैं बसंत पंचमी के देवी सरस्वती की कृपा कैसे पाए.
बसंत पंचमी पर छात्र करें ये उपाय, बरसेंगी मां सरस्वती की कृपा (Do these remedies on Basant Panchami 2024)
देवी सरस्वती को विद्या और कला की देवी कहा गया हैं. विद्या, साहित्य और कला के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के इच्छुक हर व्यक्ति माता सरस्वती की विशेष पूजा और आराधना करता है. इनकी कृपा से ही वो इस क्षेत्र में मुकाम हासिल करता है.
ज्ञान, बुद्धि, विद्या और कला की अधिष्ठात्री देवी माता सरस्वती को प्रसन्न करने की इच्छा हर किसी के मन में होती हैं. माता सरस्वती की कृपा से ही जीवन में मान सम्मान विद्या पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है. ऐसे में बसंत पंचमी के दिन क्या करना चाहिए और क्या न करना चाहिए, जिससे माता सरस्वती की असीम कृपा बरसें.
बसंत पंचमी पर बन रहा ये शुभ योग (auspicious yoga is being formed on Basant Panchami 2024)
इस बार सरस्वती पूजा पर रेवती, अश्विनी नक्षत्र के साथ शुभ योग पड़ रहा है. ऐसी मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन ही माता सरस्वती अवतरित हुई थी. इस दिन सुबह उठते ही सबसे पहले अपनी हथेलियों को ही देखते हुए इस मंत्र का जाप करें.
1. कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती । करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम ॥ इसके बाद मां सरस्वती का ध्यान करते हुए प्रणाम करें.
2. बसंत पंचमी के दिन भक्त खासकर विद्यार्थी पवित्र नदी, सरोवर, घर में स्नान करके विधि-विधान से मां सरस्वती की पूजा करना चाहिए.
3. बसंत पंचमी के दिन पीले या सफेद रंग के वस्त्र धारण करें. माता सरस्वती को ये रंग पसंद है.
4. माता सरस्वती की पूजा के लिए पीला कपड़ा का प्रयोग करें. देवी सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करने से पहले नया पीला कपड़ा बिछाकर गंगा जल छिड़कें.
5. चौकी प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करने से पहले दिशा का ध्यान रखें. तस्वीर या मूर्ति इस तरह रखें कि पूजा करते समय आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ हो.
6. इसके बाद मां सरस्वती के सामने दीपक जलाएं. छात्र है तो देवी को सफेद चंदन चरणों पर लगाएं और महिला हैं तो सिंदूर लगाएं .
7. इसके बाद उन्हें पीले और सफेद फूल ध्यान कर अर्पित करें.
8. उन्हें केसर खीर, बेसन के लड्डू, फलों में बेर, गाजर, केला सफेद फल आदि का भोग लगाएं. देवी सरस्वती के मंत्र ‘ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः’ का जाप करें. ऐसा करने से बुद्धि और वाणी की शक्ति बढ़ती है. माता से क्षमा प्रार्थना करें. इसके बाद सभी को प्रसाद बांटें और खुद भी ग्रहण करें.