
मोहित शर्मा/करौली. राजस्थान की धर्म नगरी करौली में सोमवती अमावस्या के मौके पर श्री राधा मदन मोहन जी के साक्षात विराजमान होने के कारण पूरे दिन, धर्म नगरी में मेले जैसा दृश्य दिखाई देता है. सोमवती अमावस्या के दिन जन-जन के आराध्य देव श्री राधा मदन मोहन जी मंदिर में मंगला आरती के समय से भक्तों की भारी भीड़ उमड़ना शुरू हो जाती है. मदन मोहन जी मंदिर में भक्तों की यह भीड़ शाम तक निरंतर जारी रहती है. इस दिन भगवान की एक झलक पाने के लिए भक्त दूर-दराज से मदन-मोहन जी मंदिर में पहुंचते हैं. बता दें कि सोमवती अमावस्या दिन के शुभ संयोग में मदन मोहन जी के दर्शन करना, श्रद्धालु अपने आप में शुभ मानते हैं. और श्री राधा मदन मोहन जी महाराज की एक झलक पाकर अपने आप को इस दिन धन्य समझते हैं.
यही वजह है कि सोमवती अमावस्या वाले दिन धार्मिक नगरी करौली में जन-जन के आराध्य देव मदन मोहन जी महाराज के भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए दृश्य एकदम मेले जैसा दिखाई देता है. भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए इस दिन मदन मोहन जी मंदिर में दर्शनों की समय अवधि भी बढ़ा दी जाती है. इस दिन भक्तों में मदन मोहन जी के दर्शनों के लिए उत्साह ऐसा रहता है कि भक्त मदन मोहन जी के दर्शन करने के लिए किलोमीटर दूर से पैदल चलकर ही आते हैं. इतना ही नहीं, सोमवती अमावस्या वाले दिन मदन मोहन जी की सैकड़ों भक्त तो कनक दंडवत यात्रा करते हुए मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं.
हजारों की संख्या में भक्त करते हैं दर्शन
श्री राधा मदन मोहन जी मंदिर में सोमवती अमावस्या वाले दिन सुबह से लेकर शाम तक हजारों की संख्या में भक्त दर्शन करते हैं. इस दिन ग्रामीण अंचल से आने वाले भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ देखी जाती है. भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर में भी कई तरह के इंतजाम किए जाते हैं. श्री राधा मदन मोहन जी के दर्शन कर इस दिन हजारों भक्त परिवार की सुख समृद्धि सहित मनौती मांगते हैं. सबसे खास बात यह है कि इस दिन भक्त हजारों की संख्या में मदन मोहन जी महाराज को प्रसन्न करने के लिए भारी मात्रा में अनाज चढ़ाते हैं. सोमवती अमावस्या वाले दिन सभी भक्त इस मंदिर में भगवान के अनुसार अनाज चढ़ाते हैं. जिससे इस दिन इस मंदिर में मानों अनाज की वर्षा सी होती है.
FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 16:13 IST