इससे पहले वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने इन गुणवत्ता नियंत्रण आदेश को घरेलू ‘रेफ्रिजरेटर’ उपकरणों, कुछ इस्पात और केबल वस्तुओं और खिलौनों जैसे सामानों के लिए शुरू किया था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार रेशम के लिये गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लाने पर विचार कर रही है। इसका उद्देश्य खराब गुणवत्ता वाले उत्पादों के आयात को रोकना और घरेलू उद्योग को बढ़ावा देना है।
इससे पहले वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने इन गुणवत्ता नियंत्रण आदेश को घरेलू ‘रेफ्रिजरेटर’ उपकरणों, कुछ इस्पात और केबल वस्तुओं और खिलौनों जैसे सामानों के लिए शुरू किया था।
इन आदेशों के तहत वस्तुओं का उत्पादन, बिक्री/व्यापार, आयात और भंडारण तब तक नहीं किया जा सकता जब तक कि उन पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) का निशान न हो।
गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम रेशम के लिये गुणवत्ता नियंत्रण आदेश लाने के बारे में सोच रहे हैं ताकि घटिया उत्पाद (रेशम) के आयात को रोका जा सके।’’
उन्होंने चीन से रेशम के आयात पर उद्योग की चिंताओं के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब यह बात कही।
मंत्री यहां दो दिन के कपड़ा सम्मेलन में भाग लेने के लिये आये थे।
भारत दुनिया में रेशम का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। देश में उत्पादित रेशम की चार प्रमुख किस्मों में मलबरी, टसर, एरी और मुगा शामिल हैं।
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
अन्य न्यूज़