

वही, शरद पवार ने पुणे में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि इस घटनाक्रम के बाद उनका प्रयास राज्य और देश के भीतर जितना संभव हो सके यात्रा करना और लोगों के साथ संबंध बनाना होगा।
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायकों के एक धड़े के एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार में शामिल होने के कुछ घंटों के बाद केरल के मंत्री और राकांपा के वरिष्ठ नेता ए. के. शशिंद्रन ने कहा कि पार्टी की राज्य इकाई शरद पवार के साथ खड़ी है।
राकांपा नेता अजित पवार ने रविवार को स्तब्ध करने वाला कदम उठाते हुए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और पार्टी के आठ अन्य विधायकों ने भी शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन सरकार में बतौर मंत्री पद की शपथ ली।
शशिंद्रन ने मीडिया से कहा, ‘‘हम शरद पवार नीत राकांपा का हिस्सा है। अजित पवार और अन्य ने पार्टी को धोखा दिया है।
जो राष्ट्रीय राजनीति पर नजर रखते हैं, वे अजित पवार के फैसले को सही नहीं ठहरा सकते।उनका यह कदम सत्ता लोलुपता से निर्देशित है।’’केरल की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार में वन मंत्री शशिंद्रन ने कहा कि राकांपा की राज्य इकाई यहां की सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के साथ सहयोग करने का कोई रुख राकांपा नहीं अपनाएगी। सभी राज्य इकाइयों की एक राय है।’’
वही, शरद पवार ने पुणे में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि इस घटनाक्रम के बाद उनका प्रयास राज्य और देश के भीतर जितना संभव हो सके यात्रा करना और लोगों के साथ संबंध बनाना होगा।
राकांपा प्रमुख ने कहा कि वह पार्टी का नाम लेकर किसी के कुछ भी कहने पर झगड़ा नहीं करेंगे, बल्कि जनता के बीच जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों ने पार्टी लाइन का उल्लंघन कर शपथ ली, उन पर फैसला लेना होगा।’’
अजित पवार, छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल और हसन मुशरिफ का नाम लेते हुए शरद पवार ने कहा कि पार्टी के कुछ नेता प्रवर्तन निदेशालय की जांच से घबराए हुए थे।
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।