<p style="text-align: justify;"><strong>RSS All India Executive Board meeting: </strong>राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय कार्यकारी समिति की बैठक 24 अक्टूबर को वृंदावन के परखम में होगी. बैठक में भविष्य के विकास की रूपरेखा तैयार की जाएगी और शताब्दी समारोह की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी.</p> <p style="text-align: justify;">दरअसल, पिछले साल ये बैठक गुजरात के भुज में हुई थी. जहां ये तय किया गया था कि <a title="राम मंदिर" href="https://www.abplive.com/topic/ram-mandir" data-type="interlinkingkeywords">राम मंदिर</a> में प्राण प्रतिष्ठा से पहले 1 जनवरी से 15 जनवरी तक पूरे देश में अक्षत बांटने के लिए विशेष अभियान चलाकर स्वयंसेवक घर-घर जनसंपर्क करेंगे. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार क्या बड़े निर्णय लिए जाते हैं.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>दीवाली पर बैठक में किस पर होगा मंथन?</strong></p> <p style="text-align: justify;">यह बैठक हर साल इन्हीं दिनों में दीपावली से पहले होती है. इस बैठक में अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल में संघ के सभी 45 प्रांतों और 11 क्षेत्रों के सभी संघचालक, कार्यवाह, प्रचारक, उपस्थित रहेंगे. बैठक के लिए मोहन भागवत के अलावा संघ के सभी बड़े केंद्रीय अधिकारियों की टीम 18 अक्टूबर से ही मथुरा पहुंचना शुरू हो जाएगी.</p> <p style="text-align: justify;">बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष इस बैठक में शामिल होंगे. इसके अलावा बीजेपी से सह संगठन मंत्री, संगठन और उपाध्यक्ष इस बैठक में शामिल हो सकते हैं. हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम के तुरंत बाद होने वाली इस बैठक में इन राज्यों में बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर भी मंथन हो सकती है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>बीजेपी के पास कई प्रदेशों में संगठन मंत्री का पद है खाली</strong></p> <p style="text-align: justify;">बीजेपी को RSS से प्रचारक देने पर इस बैठक के दौरान चर्चा हो सकती है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी पिछले कई सालों से आरएसएस से प्रचारक की मांग करते आ रही है, लेकिन संघ ने प्रचारकों की कमी होने का हवाला देते हुए प्रचारक नहीं भेजे हैं. जिसके कारण बीजेपी के पास कई प्रदेशों में संगठन मंत्री का पद खाली हैं.</p> <p style="text-align: justify;">जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के अलावा बड़े राज्य कर्नाटक और राजस्थान में भाजपा के संगठन मंत्री नहीं हैं. वहीं, गोवा में भी संगठन मंत्री नहीं है जबकि असम और त्रिपुरा में एक ही संगठन मंत्री से काम चल रहा है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें: <a title="RSS से थे रतन टाटा के खास संबंध, इस खास प्रोजेक्ट को लेकर भागवत की एक अपील पर मदद को हो गए थे तैयार" href="https://www.abplive.com/news/india/ratan-tata-death-news-ratan-tata-special-relations-with-rss-ready-to-help-appeal-by-bhagwat-regarding-special-project-2800811">RSS से थे रतन टाटा के खास संबंध, इस खास प्रोजेक्ट को लेकर भागवत की एक अपील पर मदद को हो गए थे तैयार</a></strong></p>