राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच जुबानी जंग थमती नहीं दिख रही है। एक बार फिर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर बिना नाम लिए ‘निकम्मा’ वाला तंज किया है। एक कार्यक्रम के दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि ‘निकम्मा’ का मतलब क्या होता है? उन्होंने कहा कि कई बार ये बातें प्रेम से बोल देता हूं अपने बच्चों को भी बोल देता हूं। सीएम ने कहा कि वे तो बच्चा समझकर ‘निकम्मा’ बोल देते हैं पर लोग बुरा मान जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पड़ोस में जब बच्चे कोई झगड़ा करते हैं तो एक पड़ोसी दूसरे के घर जाता है और बच्चे की शिकायत करता है। उस वक्त उस बच्चे के पिता कहते हैं कि वह नाकारा है, निकम्मा है, अभी बुलाकर डांटता हूं। यही तो कहते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “अपने तो अपने बच्चों को भी बोल देता हूं, ये निकम्मा है, नाकारा है। इसका मतलब ही यही होता है कि यह अभी बच्चा है और इसने गलती कर दी होगी, इसे अभी डांटता हूं।”
सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच रस्सा-कस्सी काफी समय से चल रही है। दोनों गुट एक-दूसरे पर निशाना साधने का मौका नहीं चूकते हैं। कुछ दिनों पहले, ‘निकम्मे’ वाले बयान पर सचिन पायलट ने कहा था कि अशोक गहलोत उनके लिए पितातुल्य हैं और वे उनकी बातों का बुरा नहीं मानते हैं। वहीं, इस बयान पर गहलोत ने एक बार फिर तंज करते हुए सचिन पायलट को ‘बच्चा’ बताया है।
सीएम गहलोत ने नाम भले ही गजेंद्र सिंह शेखावत का लिया था, लेकिन निशाने पर सचिन पायलट ही थे। गहलोत ने कहा कि वे बच्चा समझकर बोल देते हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई गलती करता है तो डांट लगाने के लिए उसे निकम्मा बोल देते हैं, लेकिन लोग बुरा मान जाते हैं। इसके अलावा पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इसको लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें 13 जिलों के लोगों की प्यास की लड़ाई है, इसमें कोई राजनीति नहीं है।