अजमेर. ब्रह्मा की नगरी पुष्कर में लगने वाला अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेला 2 नवम्बर से शुरू होने जा रहा है. इस मेले में राजस्थान की संस्कृति को करीब से देखने का मौका मिलेगा. यह मेला इस बार 2 नवंबर से शुरू होकर 17 नवंबर को समाप्त होगा. इस मेले में देश का सबसे बड़ा पशु मेला देखने को मिलेगा. इस मेले का सबसे बड़ा आकर्षण रेगिस्तान का हर्वाइ जहाज ऊंट होता है.
इस मेले में देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक आएंगे. पर्यटन विभाग द्वारा पुष्कर मेले मेa शिल्पग्राम, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद साहित अन्य कई प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. इस बार मेले में 3 मिनट में सबसे अधिक गाय का दूध निकालने की भी प्रतियोगिता आयोजित होगी.
15 नवंबर तक ही होगा धार्मिक स्नान
राजस्थान के अजमेर जिले से 15 किलोमीटर की दूरी पर पुष्कर मेले का आयोजन किया जाएगा. यह मेला 100 वर्षों से भी अधिक समय से लगते आ रहा है. इस मेले में ऊंट का बड़े स्तर पर व्यापार होता है. वहीं मेले में दूर-दराज से लोग अपने-अपने ऊंटों को निराले अंदाज में सजाकर यहां लाते हैं. पुष्कर के पंडित सुरेंद्र राजगुरु के अनुसार इस बार धार्मिक स्नान भीष्म पंचक स्नान ना होकर भीष्म चतुर्थ स्नान ही रहेंगे. इस बार ब्रह्म चतुर्दशी तिथि के क्षय होने से धार्मिक स्नान 12 नवंबर से कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा 15 नवम्बर तक ही होगा.
ऐसे पहुंच सकते हैं पुष्कर
पुष्कर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन अजमेर है, जो लगभग 14 किमी दूर है. यहां से आप बस या टैक्सी लेकर पुष्कर पहुंच सकते हैं. पुष्कर का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा किशनगढ़ हवाई अड्डा है, जो लगभग 60 किमी दूर है. हालांकि, जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सबसे अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जो पुष्कर से लगभग 150 किमी दूर स्थित है. किसी भी हवाई अड्डे से, आप बस ले सकते हैं और पुष्कर पहुंच सकते हैं. पुष्कर की यात्रा एक अद्वितीय अनुभव है, जो धार्मिकता, संस्कृति और प्रकृति का अनूठा संगम प्रस्तुत करता है.
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FIRST PUBLISHED : November 1, 2024, 12:46 IST