
कृष्ण कुमार/ नागौर. क्या आपने सोचा है कि देशी या रसकटिया गुड़ के साथ जैविक खाद बनाई जा सकती है. जी हां एक किसान के द्वारा गुड़ तथा पेड़ पौधों की सुखी टहनियों पेड़-पौधों की कटाई करने पर जो वेस्टज बचता है. उससे किसान जैविक खाद बनाता है और गुड़ तथा अन्य सामग्री से बनी हुई खाद मिट्टी के पोषक तत्व को बढ़ाती है तथा यह खाद किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाती है.
किसान बलवीर जो नागौर के एक सफल किसान के रुप में जाने जाते है. एक छोटी से जगह से आज भी आय प्राप्त कर रहे है. बलवीर ने बताया कि 15 फीट चौड़ा तथा 40 फीट गहरी तथा 400 फीट लंबी खाई खोदकर इस खाद का निर्माण किया जाता है.
ऐसे बनती है खाद
जैविक खाद कई प्रकार से बनाई जाती है लेकिन यह खाद बनने में काफी समय लगता है. लेकिन बलवीर का कहना है कि यह खाद सबसे गुणकारी खाद होती है. इस खाद को बनाने के लिए खेजड़ी, बबूल, नीम के पते तथा पौधा कटिंग से जो भी वेस्टज निकलता है. सिंगल सुपर फॉस्फेट, गोबर, जिप्सम इन सब को खाई में डालकर गुड़ तथा डीकम्पोज दवाई का मिश्रण बनाया जाता है. (1 किलो = 100 लीटर पानी), डीकम्पोज (25 ग्राम) की मात्रा को मिक्स करके बने मिश्रण को खाई में डाल देना चाहिए जिससे यह खाद धीरे धीरे डीकम्पोज होने लगती है. इस खाद को पहली बार बनने में 1 वर्ष से अधिक समय लग जाता है. यह सामग्री धीरे-धीरे जैविक खाद का रुप ले लेती है.
किसान बलवीर ने बताया कि इसकी एक ट्रॉली की शरुआत 4000 रुपये से होती है. वही बड़ी ट्रॉली (डाला/फट्टा) सहित भरने पर 10000 रुपये तक मिलती है. यदि आप यह तरीका तथा जैविक खाद खरीदना चाहते हो तो बलवीर से 97831 51551 से संपर्क कर सकते है.
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FIRST PUBLISHED : July 23, 2023, 15:28 IST