
<p style="text-align: justify;"><strong>Railway DRM Arrested by CBI: </strong>सीबीआई ने कई सारे टेंडरों के आवंटन में रिश्वत लेने के आरोप में 5 जुलाई को गुंतकल डिवीजनल रेलवे मैनेजर विनीत सिंह को गिरफ्तार किया. एजेंसी ने न केवल विनीत सिंह बल्कि उनके साथ चार अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया. विनीत सिंह पर रेलवे के संसाधनों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगा.</p> <p style="text-align: justify;">ऑल इंडिया रेलवेमेन फेडरेशन (AIRF) ने आरोप लगाया है कि हाल ही में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से गिरफ्तार किए गए रेलवे अधिकारी अपनी पिछली पोस्टिंग में रेलवे संसाधनों का दुरुपयोग करते थे और तो और देर रात तक पार्टियां भी करते थे. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>विनीत सिंह ने रेलवे संसाधनों का किया दुरुपयोग</strong></p> <p style="text-align: justify;">एआईआरएफ के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जनवरी माह से पहले विनीत सिंह ईस्ट कोस्ट रेलवे जोन में संबलपुर डिवीजन के डीआरएम थे. उस दौरान उन्होंने देर रात पार्टियों के दौरान गैंगमैन और ट्रैक मेंटेनर जैसे रेलवे कर्मचारियों का दुरुपयोग किया. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>कर्मचारियों से करवाते थे पर्सनल काम</strong></p> <p style="text-align: justify;">शिव गोपाल मिश्रा ने ये भी आरोप लगाया है कि रेलवे ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले ट्रैक मेंटेनर को विनीत सिंह ने अपने पर्सनल चीजों के लिए इस्तेमाल किया और उन्होंने रेलवे सुरक्षा के सभी मानदंडों को ताक पर रख दिया. उनका इस्तेमाल अपनी निजी पार्टियों के लिए, बाजार से सामान खरीदने और पार्टियों को अच्छी तरह से आयोजित करने के लिए किया गया.</p> <p style="text-align: justify;">उन्होंने बताया कि जब एआईआरएफ के सदस्यों ने रेल मंत्रालय से इस बात की शिकायत की तो विनीत सिंह का तबादला गुंटकल कर दिया गया, लेकिन वहां भी वही हाल रहा. उनके तौर तरीके नहीं बदले और अब वे सीबीआई के जाल में फंस गए. इस मामले को सबके सामने लाने के लिए मिश्रा ने सीबीआई का धन्यवाद भी किया. </p> <p style="text-align: justify;"><strong>रेल मंत्रालय से की ये डिमांड</strong></p> <p style="text-align: justify;">उन्होंने कहा कि रेलवे में भ्रष्टाचार एक व्यापक घटना बन गई है और मंत्रालय को इसे रोकने के लिए कोई तंत्र लाना चाहिए. रेलवे ने हाल ही में डीआरएम की वित्तीय शक्तियों में वृद्धि की है, इसलिए उनके वित्तीय निर्णयों और खर्चों पर कड़ी निगरानी रखने की तत्काल आवश्यकता है. अंत में उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि रेल मंत्रालय आत्मनिरीक्षण करें और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के तरीके खोजे.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें- <a href="https://www.abplive.com/news/india/kathua-firing-indian-army-soldiers-fire-5000-rounds-to-force-terrorist-return-26-held-for-interrogation-2735204">Kathua Terror Attack: कठुआ में 12 मिनट तक रहा भयानक मंजर, आतंकियों ने दागे ग्रेनेड तो सेना ने बरसाईं 5 हजार गोलियां, जानें संघर्ष की पूरी कहानी</a></strong></p>