
Skin Type: इस तरह सही प्रोडक्ट्स से रखें स्किन का ख्याल.
Skin Care: स्किन केयर के लिए बाजार में ढेरों उत्पाद मौजूद हैं. इन उत्पादों के बीच कस्टमर अक्सर कंफ्यूज हो जाते हैं. अगर आप अपनी स्किन टाइप और स्किन की जरूरतों को ठीक तरह से नहीं समझते तो इन ब्रांड्स के मार्केटिंग हथकंडों का शिकार हो सकते हैं. हर प्रोडक्ट बेहतरीन रिजल्ट देने का दावा करता है, लेकिन आपको समझना ये है कि कौन सा प्रोडक्ट आपकी स्किन के लिए सही है. हमेशा नए प्रोडक्ट को आजमाने से पहले पैच टेस्ट (Patch Test) लिया जाना चाहिए. पता लगाने के लिए कि प्रोडक्ट यूज करने के लिए सुरक्षित है या नहीं. फोरआर्म पर या फिर कान के पीछे प्रोडक्ट का टेस्ट करें और 24 घंटे के लिए नजर रखें. रेडनेस या किसी तरह की एलर्जी महसूस होने पर प्रोडक्ट को यूज न करें. अपने लिए स्किन केयर प्रोडक्ट्स (Skin Care Products) को खरीदने से पहले कुछ फैक्टर्स का ध्यान जरूर रखें.
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स्किन केयर प्रोडक्ट्स खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
स्किन टाइप
सही स्किन केयर प्रोडक्ट चुनने से पहले अपनी स्किन टाइप (Skin Type) को जान लेना बहुत जरूरी है. नए-नए सॉफ्टवेयर और तकनीक की मदद से स्किन टाइप को समझना काफी आसान है. किसी भी व्यक्ति की स्किन टाइप समय के साथ बदलती रहती है. इसके अलावा हार्मोन, पोषण की स्थिति, बाहरी कारक जैसे वर्क प्लेस, ठंडा या गर्म वातावरण, पॉल्यूशन लेवल आदि किसी व्यक्ति की त्वचा को प्रभावित करते हैं.
उम्र
आमतौर पर 25 साल से कम उम्र के लोगों की स्किन ऑयली और मुंहासे वाली होती है. ऐसे में ऑयली और चिकने उत्पादों से बचना जरूरी होता है. ऑयली प्रोडक्ट पोर्स को बंद कर सकते हैं और मुंहासों का कारण बन सकते हैं. वहीं, 25 से 35 साल की उम्र के लोगों की भी तैलीय और शुष्क त्वचा होती है. 30 के बाद, त्वचा सूखना शुरू हो जाती है, इसलिए ऐसे प्रोडक्ट्स का उपयोग करना चाहिए जो अधिक हाइड्रेटिंग हो. सेरामाइड्स, मिनरल ऑयल, पैराफिन, मोम, बटर युक्त प्रोडक्ट्स को चूज करना बेहतर होगा.
पीएच
नॉर्मल स्किन का पीएच (PH Level) लगभग 5.5 होता है. कम या ज्यादा पीएच वाले प्रोडक्ट्स से बचना चाहिए. 7 और 11 के बीच पीएच वाले प्रोडक्ट्स एल्कलाइन और स्किन के लिए हानिकारक होते हैं. ऐसे साबुन को यूज करना ठीक नहीं जो एल्कलाइन वाले हों.
इंग्रीडिएंट लिस्ट
मौसम की परवाह किए बिना सनस्क्रीन बिल्कुल जरूरी है, लेकिन, आजकल सनस्क्रीन में व्हाइटनिंग और लाइटनिंग एजेंट भी मौजूद होते हैं. ये एजेंट आपकी स्किन को रिपेयर करने के बजाय उसे नष्ट कर सकते हैं. आप विटामिन सी वाले प्रोडक्ट चुनें, जिनमें एंटी-एजिंग गुण और सूक्ष्म पोषक तत्व हों.
इन इंग्रीडिएंट्स से करें परहेज
- किसी प्रोडक्ट में कृत्रिम सुगंध स्किन की एलर्जी और जलन पैदा कर सकता है.
- बॉडी वॉश और शैंपू जैसे उत्पादों में सल्फेट्स पाए जाते हैं जो क्लींजिंग एजेंट हैं. सल्फेट्स स्किन और बालों के नेचुरल ऑयल को नुकसान पहुंचा सकते हैं जिससे जलन हो सकती है.
- पेराबन आमतौर पर बैक्टीरिया के विकास को रोकने के लिए एक संरक्षक के रूप में उपयोग किया जाता है. वे एस्ट्रोजन की नकल करने के लिए जाने जाते हैं और एलर्जी पैदा कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.