
छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वास्थ और पंचायती मंत्री टीएस सिंह देव ने पंचायत मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भेजा। वहीं उनके इस्तीफे से कई अटकलें लगाई जाने लगी है। टीएस सिंह देव के इस्तीफे पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अभी उन्हें इस्तीफा नहीं मिला है और कोई भी बात अगर होगी तो उसे बैठकर सुलझाई जाएगी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टीएस सिंह देव के इस्तीफे पर मीडिया से बात करते हुए कहा, “इसकी जानकारी मुझे मीडिया से मिली। पूर्ण समन्वय है और जो भी मुद्दा है, उस पर एक साथ बैठकर चर्चा की जा सकती है। मुझे उनका त्याग पत्र नहीं मिला है, जब मैं इसे प्राप्त करूंगा, तब इस पर गौर करूंगा।”
भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि उन्होंने कल रात राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव को फोन किया था, लेकिन उनका फोन नहीं लगा और जो भी मुद्दा है उसे बैठकर सुलझा लिया जाएगा। पत्रकारों ने भूपेश बघेल से पूछा कि उन्होंने आरोप लगाया है कि घोषणापत्र पर काम नहीं हो रहा है। इसके जवाब में भूपेश बघेल ने यही कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से इसकी सूचना प्राप्त हुई है, जब उन्हें पत्र मिलेगा तब ही वह कुछ बोलेंगे।
बता दें कि टीएस सिंह देव ने इस्तीफे के दौरान 4 पन्नों का पत्र भूपेश बघेल को लिखा था। इसमें उन्होंने भूपेश बघेल से कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास विहीन लोगों को घर दिए जाने थे और इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार से राशि उपलब्ध करवाने की मांग की थी। लेकिन अभी तक राशि उपलब्ध नहीं करवाई गई है।
टीएस सिंह देव ने आरोप लगाया कि जन घोषणा पत्र में किए गए वादों को भी पूरा किया जाना बाकी है और अभी तक वादे पूरे नहीं किए जा सके हैं।
टीएस सिंह देव के इस्तीफे पर एक निजी समाचार चैनल से बात करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि टीएस सिंह देव को परेशान किया जा रहा है और महाराष्ट्र की तर्ज पर एक-एक कर कई मंत्री इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि वह इस दुख में टीएस सिंह देव के साथ हैं।