सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपना हमला तेज कर दिया है। बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आज़ाद के एक साक्षात्कार के आधार पर राहुल गांधी से स्पष्टीकरण मांगा है। इंटरव्यू में गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि राहुल विदेश जाते हैं और ‘अवांछनीय व्यवसायियों’ से मिलते हैं।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपना हमला तेज कर दिया है। बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आज़ाद के एक साक्षात्कार के आधार पर राहुल गांधी से स्पष्टीकरण मांगा है। इंटरव्यू में गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि राहुल विदेश जाते हैं और ‘अवांछनीय व्यवसायियों’ से मिलते हैं।
बीजेपी ने पूछा- ‘कौन हैं ये बिजनेसमैन, जिससे राहुल गांधी करते हैं मुलाकात
गुलाम नबी आज़ाद का राहुल गांधी से ‘अवांछनीय व्यवसायियों’ से मिलने का दावा करने के कुछ दिनों बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हुई हैं। बीजेपी ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “वे सच्चाई छिपाते हैं, इसलिए वे हर रोज गुमराह करते हैं! सवाल वही रहता है – अडानी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये का बेनामी पैसा किसका है?” गांधी ने हिंदी में एक ट्वीट में पूछा और अडानी के साथ नेताओं के नाम वाली एक तस्वीर संलग्न की।
…their entire family (the Gandhis) have all along had association with businessmen, including him (Rahul Gandhi). He (Rahul) goes abroad and meets undesirable businessmen…
– Ghulam Nabi Azad
Rahul Gandhi must explain who are these businessmen he meets and for what purpose? pic.twitter.com/2juk0GlvhW
— BJP (@BJP4India) April 9, 2023
उन्होंने अपने ट्वीट में गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हिमंत बिस्वा सरमा, किरण कुमार रेड्डी और अनिल के एंटनी के नामों का हवाला दिया।
गुलाम नबी आज़ाद ने क्या कहा?
अडानी के उस ट्वीट का जवाब जिसमें उनका नाम घसीटा गया है, कांग्रेस छोड़ने के बाद अपनी पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आज़ाद ने एक रिपोर्टर से कहा, “यह शर्म की बात है। राहुल गांधी कह रहे हैं। मेरा कभी किसी व्यवसायी से कोई संबंध नहीं रहा।” जबकि उनके सहित व्यापारियों से पूरा परिवार (गांधी) जुड़ा हुआ है।’ गुलाम नबी आजाद ने कहा, “परिवार के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है। मैं परिवार के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलना चाहता। अन्यथा, मैं उदाहरण देता कि वह देश के बाहर भी कहां जाते और अवांछित व्यापारियों से मिलते हैं।” जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने अपना संस्मरण ‘आज़ाद’ जारी किया जिसमें उन्होंने कांग्रेस को ‘धोखेबाज’ के रूप में वर्गीकृत किया। कई साक्षात्कारों में उन्होंने राहुल गांधी की आलोचना की और कहा कि यह राहुल गांधी के कारण था कि वह और कई नेता पार्टी से बाहर हो गए। आजाद ने कांग्रेस से बाहर होने के लिए सीधे तौर पर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस में रहने के लिए किसी को “रीढ़हीन” होना पड़ता है।
सच्चाई छुपाते हैं, इसलिए रोज़ भटकाते हैं!
सवाल वही है – अडानी की कंपनियों में ₹20,000 करोड़ बेनामी पैसे किसके हैं? pic.twitter.com/AiL1iYPjcx
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 8, 2023
राहुल गांधी राजनीतिक विवाद
राहुल गांधी गौतम अडानी पर अपने लोकसभा भाषण से शुरू हुए एक राजनीतिक विवाद के केंद्र में रहे हैं, जिसे भागों में हटा दिया गया था। भाजपा ने ब्रिटेन में उनकी ‘लोकतंत्र पर हमले’ वाली टिप्पणी के लिए माफी की भी मांग की है।इसके अलावा, उन्हें 2019 के मोदी-उपनाम मामले में दोषी ठहराया गया था और एक दिन बाद लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उन्हें अपनी सावरकर टिप्पणी के लिए पार्टी की आलोचना का भी सामना करना पड़ा और अब उन्हें अपने ‘अडानी’ ट्वीट के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि वह अडानी समूह से जुड़े एक ट्वीट को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे। हिमंत बिस्वा ने कहा, “राहुल गांधी ने जो भी ट्वीट किया है, वह अपमानजनक ट्वीट है। इसलिए एक बार प्रधानमंत्री असम से वापस चले जाएं तो हम ट्वीट का जवाब देंगे और निश्चित रूप से गुवाहाटी में मानहानि का मामला होगा।”