
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में 18 से अधिक आयु वर्ग के लोगों को सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर कोविड रोधी टीके की एहतियाती खुराक मुफ्त लगाने के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी प्रदान कर दी। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी।
अनुराग ठाकुर के मुताबिक, इसके लिए 15 जुलाई से 75 दिन के एक विशेष अभियान की शुरुआत की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत यह अभियान चलाया जाएगा। इस फैसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण प्रभावी उपाय है। मंत्रिमंडल के आज के फैसले से भारत में टीकाकरण का विस्तार होगा और स्वस्थ्य राष्ट्र बनाने में मदद मिलेगी।’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते सभी के लिए कोविड टीके की दूसरी और एहतियाती खुराक के बीच अंतराल को नौ महीने से घटाकर छह महीने कर दिया था। टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी परामर्श समूह की सिफारिश पर ऐसा किया गया था। इस फैसले को लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, ‘आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 15 जुलाई से 75 दिन का मुफ्त टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा, जिसमें 18 वर्ष की आयु के ऊपर के सभी नागरिकों को सरकारी केंद्रों पर मुफ्त एहतियाती खुराक लगाई जाएगी।
देश में 18-59 साल की उम्र के 77 करोड़ लोगों को एहतियाती खुराक दी जानी है। इसमें से अब तक एक फीसद से भी कम को एहतियाती खुराक दी गई है। हालांकि, 60 वर्ष और उससे अधिक आयु की अनुमानित 16 करोड़ पात्र आबादी के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं में से लगभग 26 फीसद को बूस्टर खुराक लग चुकी है।
अधिकारियों के मुताबिक, देश के अधिकांश लोगों को करीब नौ महीने पहले कोविड टीकों की दूसरी खुराक लगी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और अन्य अंतरराष्ट्रीय शोध संस्थानों के अध्ययनों में सुझाव दिया गया है कि दोनों खुराक लगने के लगभग छह महीने बाद व्यक्ति के शरीर में एंटीबाडी का स्तर कम हो जाता है।
ऐसे में बूस्टर या एहतियाती खुराक देने से प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है। इसलिए सरकार ने 75 दिन तक एक विशेष अभियान शुरू करने का फैसला किया है। इसके तहत सरकारी केंद्रों पर 18 से 59 साल के लोगों को निशुल्क एहतियाती खुराक दी जाएगी। टीकाकरण तेज करने और बूस्टर खुराक को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार ने एक जून से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हर घर दस्तक अभियान के दूसरे दौर की शुरुआत की थी। दो महीने का यह अभियान अभी चल रहा है।सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत की 96 फीसद आबादी को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि 87 फीसद लोगों ने दोनों खुराक ले ली है।