उदयपुर : केवड़ा के घने जंगलों के बीच में एक अनोखा स्वाद पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है. यहां आने वाले हर राहगीर को एक खास चाय का स्वाद चखने का मौका मिलता है, जो बरसों से अपनी पहचान बनाए हुए है. यह है लेमन ग्रास टी, 17 साल से लगातार इस चाय का स्वाद वही है, जो पहली बार चखने वालों को भी दीवाना बना देता है.
चाय की इस विशेषता का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि यह चाय पारंपरिक चूल्हे पर तैयार की जाती है, जो इसके स्वाद में एक अनोखे धुएं का अंश जोड़ता है. यहां का हर चाय का कप एक अलग अनुभव देता है और पर्यटक अपनी यात्रा के दौरान इस अनुभव का आनंद लेना कभी नहीं भूलते.
पर्यटकों के मुताबिक, केवड़ा के जंगलों में बनी इस चाय में एक खास बात यह है कि यहां का ताजा लेमन ग्रास उसकी खुशबू और स्वाद को और भी खास बना देता है. जंगल की ताजगी और चाय की मिठास पर्यटकों के दिलों में एक खास जगह बना लेती है.
17 सालों से बरकरार है ये अनोखा स्वाद
चाय बेचने वालों का कहना है कि इस चाय की मांग सिर्फ यहां के पर्यटक ही नहीं बल्कि आस-पास के ग्रामीण भी करते हैं. इस चाय का स्वाद और इसकी परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चल रही है और यही कारण है कि पिछले 17 सालों में इसका स्वाद बिल्कुल भी नहीं बदला. अगर आप भी केवड़ा के जंगलों के रास्ते से गुजर रहे हैं, तो इस खास लेमन ग्रास चाय का स्वाद चखना बिल्कुल न भूलें
दुकान का संचालन करने वाले किशन लाल ने बताया कि उनके पिता द्वारा यह स्टॉल शुरू किया गया था. पारंपरिक तरीके से चाय और पकोड़े यहां पर बनाएं जाते हैं लेमनग्रास के प्रयोग से यहां की चाय का स्वाद अनोखा आता है जो यहां आने वाले हैं लोगों को बहुत पसंद आता है. यहां से गुजरने वाले रहागीर सुदर्शन सिंह ने बताया कि हम लोग जब भी भी इस रास्ते से गुजरते हैं तो यहां पर रुक कर इस खास चाय का जाएका जरूर लेते हैं.
Tags: Local18, Rajasthan news, Udaipur news
FIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 15:23 IST