

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास की हत्या के मामले में बड़ा बयान दिया है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य की कानून व्यवस्था पर जमकर सवाल उठाया है। इस मामले में धर्मेंद्र प्रधान ने स्थानीय प्रशासन पर नाराजगी जाहिर की है।
ओडिशा के मंत्री नब किशोर दास हत्याकांड के मामले में अब केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी नाराजगी जाहिर की है। इस मामले में राज्य की कानून व्यवस्था पर भी धर्मेंद्र प्रधान ने कई सवाल खड़े किए है। धर्मेंद्र प्रधान ने इस दौरान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर भी निशाना साधा है।
इस मामले में रविवार पांच फरवरी को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिशा के डीजीपी के बयान की निंदा की है। दरअसल कुछ समय पहले डीजीपी ने बयान दिया था कि भगवान जगन्नाथ को छोड़कर कोई भी मंत्री की हत्या के जैसी घटना के होने का अनुमान नहीं लगा सकता था। इस बयान की धर्मेंद्र प्रधान ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच अपराध शाधा कर रही है, मगर जांच में कोई स्पष्ठता नहीं दिखी है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के पास गृह विभाग जैसा अहम विभाग है। मगर उन्होंने अपने मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त करने के अलावा कुछ नहीं किया है। इस मामले पर वो सार्वजनिक तौर पर सामने नहीं आए है। उन्होंने कहा कि ये घटना राज्य की कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करती है। एक ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मी ने सरकारी बंदूक से मंत्री की गोली मार कर हत्या कर दी। इस घटना के बाद डीजीपी का बयान बेहद बेतुका है। इससे जाहिर होता है कि राज्य की कानून व्यवस्था को सिर्फ भगवान भरोसे छोड़ा गया है।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि नब किशोर दास की मौत के मामले में उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जज की नियुक्ति आयोग ने अधिनियम के मुताबिक नहींकी है। उनके अधिकारों पर भी स्पष्ट रूप से बात नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए पुलिस के पास भी ठोस जवाब नहीं है।
नाबा दास को लगी थी गोली
बता दें कि 29 जनवरी को एक कातिलाना हमले में ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नाबा दास गंभीर रूप से घायल हुए थे। सुरक्षा में तैनात एएसआई गोपाल ने गोली मार दी। उन पर चार से पांच राउंड की ताबड़तोड़ फायरिंग की गई है। हादसे के बाद मंत्री को भुवनेश्वर के लिए एयरलिफ्ट किया गया था, जहां देर रात उनकी मौत हो गई थी।
नाबा दास ओडिशा के प्रभावशाली नेताओं में शुमार थे। उनका राजनीतिक करियर कांग्रेस पार्टी से शुरु हुआ था। मगर बाद में उन्होंने बीजू जनता दल यानी बीजेडी का दामन थाम लिया था। नई पार्टी में आने के बाद भी उनका जलवा बरकरार है। नाबा दास के पास वर्तमान में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग था। ओडिशा कैबिनेट में नाबा दास काफी कद्दावर चेहरा माने जाते थे।