
विवादों में रहने वाले मेरठ के पूर्व विधायक, मंत्री और उप महापौर हाजी याकूब कुरैशी (63) के सराय बहलीम स्थित पांच मंजिला एक घर को कुर्क करने में 200 पुलिसकर्मियों को करीब 12 घंटे लग गए। इसके बाद 13 जुलाई को हापुड़ रोड पर एक मीट प्लांट को सील किया गया।
पुलिस जब एक गैर-जमानती वारंट पर अमल कर रही थी तो विधायक, उनके बेटे इमरान और फ़िरोज़ और पत्नी शमज़ीदा “फरार” हो चुके थे। इसके बाद पुलिस छापामारी करने घर पहुंची। जब्त किए गए सामानों में गद्दे, एक वॉशिंग मशीन, एक फ्रिज, एक डीप फ्रिज, फर्नीचर, गैस सिलेंडर, एक झूमर, टीवी सेट, एक ‘वीआईपी सीट’ और यहां तक कि क्रॉकरी भी शामिल थे। ये सामान अब मेरठ के खरखौदा थाने में पड़ा है।
पुलिस की एक टीम के कुरैशी के हापुड़ रोड मीट प्लांट में छापामारी के लिए पहुंचने के पहले से ही यह परिवार लापता है। पुलिस ने वहां निर्यात के लिए तैयार किए जा रहे मांस को जब्त कर लिया। इस बिना लाइसेंस वाली मीट प्लांट फैक्ट्री को कथित तौर पर पिछले साल सील कर दिया गया था, लेकिन बताया जा रहा है इसके बाद भी इसका संचालन जारी रहा। इस मामले में 1 अप्रैल को दस लोगों को गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया था। इसके बाद कुरैशी और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
बाद में, कुरैशी के स्वामित्व वाले एक अस्पताल को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कथित तौर पर बिना लाइसेंस के चलने के लिए सील कर दिया था। शास्त्री नगर में परिवार के स्वामित्व वाला एक स्कूल भी जांच के दायरे में है क्योंकि कथित तौर पर अभी तक एक वैध शिक्षा बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त होने का कोई सबूत पेश नहीं किया गया है।